* पेड़ पर से कीड़े के घोंसले को लाकर जला लें। इस राख को जिसके सिर में डाला जाएगा, उसका उच्चाटन हो जाएगा।
2 * कवेर के काले को पूर्ण, बानर की टट्टी और गदहे की जड़ का चूर्ण बनाकर जिसके सिर पर डाला जाएगा, वह वश में हो जाएगा।
3 * गोरोंचन और ताड़ के बीजों को किसी भी वशीकरण यंत्र से अभिमंत्रित करके जिसके भी सिर पर डाला जाएगा, वह वश में हो जाएगा।
4 * खुल का बांधा अगर विश्वाखा नक्षत्र में प्राप्त कर लिया जाए तो वह शक्ति में वृद्धि करता है।
5 * अगर कोई व्यक्ति अपनी दाईं भुजा पर कनेर का बांध अनुराधा नक्षत्र में अभिमंत्रित कर बांध ले तो उसकी विरोधी शांत हो जाते हैं। इसी नक्षत्र में रोहित वृक्ष का बांधा मुख में धारण करने से वह ओज्वल हो जाता है।
* अगर घुंघट का बांधा धारण किया जाए तो साधक को वाक्सिद्धि की प्राप्ति होती है। अगर इसी नक्षत्र में कपिल वृक्ष का बांधा मुख में रखा जाए तो शत्रु स्तम्भ हो जाता है।
* चिजन के पुर्व का बांधा अश्विनी नक्षत्र में पूर्व निर्वाचन के द्वारा लाकर बांधे तो उसका विद्या भी सिद्ध हो जाती है।
* कपाल का बांधा भरणी नक्षत्र में धारण करने से साधक को सिद्धि प्राप्त हो जाती है।
* गोलोचक, भोर का पंख, पोखसूल, तथा, श्वेत सोंटली-इनका चूर्ण डालने पर वशीकरण होता है।
* स्त्री अगर पति को वशीभूत करना चाहे तो अपने रज को शुद्ध गोरोचन में मिलाकर मस्तक पर तिलक करे।
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